5G कोर नेटवर्क होना चाहिए इंडियन, सरकार ट्रायल को जल्द देगी मंजूरी : रवि शंकर प्रसाद
डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम की तरफ से 5G ट्रायल का लक्ष्य साल 2019 रखा गया था। लेकिन अब नेक्स्ड जरनेशन 5G सर्विस को साल 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। मंत्री के मुताबिक डिफेंस मिनिस्ट्री और स्पेस डिपार्टमेंट 5G स्पेक्ट्रम में एक अहम साझेदारी है जिससे स्पेक्ट्रम नीलामी में देरी हुई।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। टेलिकॉम मिनिस्टर रवि शंकर प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि 5G कोर नेटवर्क भारतीय होना चाहिए और देश को नेक्स्ड जनरेशन टेक्नोलॉजी केसाथ स्वदेसी मेड इन इंडिया टेलिकॉम गियर के साथ तेजी से आगे बढ़ना चाहिए। मिनिस्टर ने कहा कि 5G नीलामी की तैयारी पूरी कर ली गई है। मंत्री के मुतातबिक सरकार जल्द 5G ट्रायल के लिए मंजूरी देगी। उन्होंने कहा कि 2G, 3G और 4G को लेकर भले ही भारत को दिक्कतों को सामना करना पड़ा हो। लेकिन 5G के मामले में हम पीछे नहीं रहेंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि 5G के मामले में हम दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से आगे बढ़ेंगे। रवि शंकर प्रसाद ने नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर सर्विस इनकॉर्पोरेट (NICSI) इवेंट के दौरान ये बात कही।
स्पेक्ट्रम नीलामी में हुई देरी
रवि शंकर प्रसाद के मुताबिक डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम की तरफ से 5G ट्रायल का लक्ष्य साल 2019 रखा गया था। लेकिन अब नेक्स्ड जरनेशन 5G सर्विस को साल 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। मंत्री के मुताबिक डिफेंस मिनिस्ट्री और स्पेस डिपार्टमेंट 5G स्पेक्ट्रम में एक अहम साझेदारी है, जिसके चलते स्पेक्ट्रम नीलामी में देरी हुई। मिनिस्ट्री के मुताबिक दुनियाभर में करीब 100 से ज्यादा 5G कॉमर्शियल नेटवर्क मौजूद हैं। रवि शंकर प्रसाद ने प्राइवेट सेक्टर को संबोधित करते हुए कहा कि हमें 5G की शक्ति को समझना होगा। यह केवल कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी नहीं है।
मार्च में होगी स्पेक्ट्रम नीलामी
स्पेक्ट्रम नीलामी पहली मार्च से शुरू हो रही है। इसके तहत करीब 3.92 लाख करोड़ रुपये मूल्य के स्पेक्ट्रम की नीलामी होनी है। इससे पहले स्पेक्ट्रम नीलामी चार वर्ष पहले हुई थी। टेलीकॉम कंपनियों को नीलामी के लिए आवेदन पांच फरवरी तक दाखिल कर देना होगा। उसके बाद पहली मार्च से स्पेक्ट्रम की नीलामी की जाएगी।